ना आसूंओं से छलकते हैं ना कागज पर उतरते हैं
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ना आसूंओं से छलकते हैं ना कागज पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस भीतर ही भीतर पलते है...
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ना आसूंओं से छलकते हैं ना कागज पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस भीतर ही भीतर पलते है...
Na aasoonon se chhalakate hain na kaagaj par utarate hain,
Dard kuchh hote hain aise jo bas bheetar hee bheetar palate hai...
Today's Shayari
उसकी चाहत का और क्या हिसाब दू.....
मैंने बिंदी भी लगाई तो अपने बाबू के आँखों में देखकर ।।
Today's Joke
लड़की अपने दोस्त से “फ्री हो क्या मुझे बाजार तक जाना है...
और मेरी स्कूटी खराब हो गयी है”
लड़का:...
Today's Prayer
Fill my heart with joy and gladness that will make my health spring forth. Fill my days with pleasure and...
Prayer Of The Day