गम की उलझी हुई लकीरों में अपनी तक़दीर देख लेता हूँ
Popular Shayari Topics for You.
गम की उलझी हुई लकीरों में अपनी तक़दीर देख लेता हूँ,
आईना देखना तो दूर रहा बस तेरी तस्वीर देख लेता हूँ।
feelthewords.com
गम की उलझी हुई लकीरों में अपनी तक़दीर देख लेता हूँ,
आईना देखना तो दूर रहा बस तेरी तस्वीर देख लेता हूँ।
Gam kee ulajhee huee lakeeron mein apanee taqadeer dekh leta hoon,
Aaeena dekhana to door raha bas teree tasveer dekh leta hoon.
Today's Quote
My goal every year is to come in and be consistent. It doesn't matter if it's the first game of...
Quote Of The DayToday's Shayari
करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी
जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी
Today's Joke
एक प्रतियोगिता में पूछा गया कि एक ऐसा वाक्य बनाओ,
जिसमें दुविधा, जिज्ञासा, डर, शांति, क्रोध, हिंसा और साथ-साथ खुशी...
Today's Status
To all, to each, a fair good-night, and pleasing dreams, and slumbers light.
Status Of The DayToday's Prayer
I pray that as I walk through this earth, let signs and wonders follow me all the days of my...
Prayer Of The Day