अपने मरकज़ की तरफ माइल ए परवाज़ था हुस्न
Popular Shayari Topics for You.
अपने मरकज़* की तरफ माइल-ए-परवाज़* था हुस्न
भूलता ही नहीं आलम तिरी अंगड़ाई का
* मरकज़ = केंद्र
* माइल-ए-परवाज़ = उड़ान भरने के लिए झुकना
feelthewords.com
अपने मरकज़* की तरफ माइल-ए-परवाज़* था हुस्न
भूलता ही नहीं आलम तिरी अंगड़ाई का
* मरकज़ = केंद्र
* माइल-ए-परवाज़ = उड़ान भरने के लिए झुकना
Apne marqaj ki taraf maaial-e-parwaz tha husan
Bhoolta hi nahin aalam tiri angadaai ka
Today's Quote
I think you can have a ridiculously enormous and complex data set, but if you have the right tools and...
Quote Of The DayToday's Shayari
निहार रहा था उसके चेहरे की खुली किताब को
कमबख्त बोल बैठी देखो जी नक़ल करना जुर्म है
Today's Joke
पागलखाने में आया हुआ एक डॉक्टर मरीजों से घूम-घूम कर मिल रहा था।
एक मरीज के पास वह पहुंचा तो...
Today's Status
Wake up and make yourself a part of this beautiful morning. A beautiful world is waiting outside your door. Have...
Status Of The DayToday's Prayer
May the mercy of the Lord be on you and give you peace on every side. May you be made...
Prayer Of The Day