सोचता हूँ गुलशन मे काटो के साथ साथ बबूल भी होगे
Popular Shayari Topics for You.
सोचता हूँ गुलशन मे काटो के साथ साथ बबूल भी होगे,
क्या हुआ अगर उसने बेवफाई की उसके अपने उसूल भी होगे।
feelthewords.com
सोचता हूँ गुलशन मे काटो के साथ साथ बबूल भी होगे,
क्या हुआ अगर उसने बेवफाई की उसके अपने उसूल भी होगे।
Sochata hoon gulashan me kaato ke saath saath babool bhee hoge,
Kya hua agar usane bevaphaee kee usake apane usool bhee hoge.
Today's Quote
Women are just so much tougher and more patient than men are - their capacity for empathy blows me away....
Quote Of The DayToday's Shayari
उम्मीदों का दामन थाम रहे हो, तो "हौसला" कायम रखना...
क्योकि,
जब नाकामियां "चरम" पर हों, तो "कामयाबी" बेहद करीब...
Today's Joke
विवाहित पुरुष की सबसे छोटी परिभाषा
“एक था टाइगर''
और
अविवाहित पुरुष की सबसे छोटी परिभाषा
“टाइगर अभी जिन्दा है''
Today's Status
Now that your eyes are open, make the sun jealous with your burning passion to start the day. Make the...
Status Of The DayToday's Prayer
Hearty and hale, you are this morning. So shall you be for the rest of the day in the name...
Prayer Of The Day