ग़म सलीक़े में थे, जब तक हम ख़ामोश थे
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ग़म सलीक़े में थे, जब तक हम ख़ामोश थे,
ज़रा ज़ुबां क्या खुली, दर्द बे-अदब हो गए।
Gam saleeqe mein the, jab tak ham khaamosh the,
Zara zubaan kya khulee, dard be-adab ho gae.
Today's Quote
My goal every year is to come in and be consistent. It doesn't matter if it's the first game of...
Quote Of The DayToday's Shayari
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जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी
Today's Joke
एक प्रतियोगिता में पूछा गया कि एक ऐसा वाक्य बनाओ,
जिसमें दुविधा, जिज्ञासा, डर, शांति, क्रोध, हिंसा और साथ-साथ खुशी...
Today's Status
To all, to each, a fair good-night, and pleasing dreams, and slumbers light.
Status Of The DayToday's Prayer
I pray that as I walk through this earth, let signs and wonders follow me all the days of my...
Prayer Of The Day