खामियों को गिन रही हूँ खुद से रूबरू होकर
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खामियों को गिन रही हूँ खुद से रूबरू होकर,
जो आईने से ज्यादा अपनों ने बयां की है.
Khaamiyon ko gin rahee hoon khud se roobaroo hokar,
Jo aaeene se jyaada apanon ne bayaan kee hai.
Today's Quote
Democrats have a long history of utilizing the threat of a potential Ebola outbreak to request massive federal funds while...
Quote Of The DayToday's Shayari
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तड़प के कहा नए कपड़े क्या पहन लिए, हमें देखते भी...
Today's Joke
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Today's Prayer
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Prayer Of The Day