एक उम्र से तराश रही हूँ खुद को कि हो जाऊं लोगो के मुताबिक
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एक उम्र से तराश रही हूँ खुद को कि हो जाऊं लोगो के मुताबिक...
पर हर रोज ये जमाना मुझमे एक नया ऐब निकाल लेता है...!!
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एक उम्र से तराश रही हूँ खुद को कि हो जाऊं लोगो के मुताबिक...
पर हर रोज ये जमाना मुझमे एक नया ऐब निकाल लेता है...!!
Ek umr se taraash rahee hoon khud ko ki ho jaoon logo ke mutaabik...
Par har roj ye jamaana mujhame ek naya aib nikaal leta hai...!!
Today's Quote
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Quote Of The DayToday's Shayari
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Today's Joke
एक प्रतियोगिता में पूछा गया कि एक ऐसा वाक्य बनाओ,
जिसमें दुविधा, जिज्ञासा, डर, शांति, क्रोध, हिंसा और साथ-साथ खुशी...
Today's Status
To all, to each, a fair good-night, and pleasing dreams, and slumbers light.
Status Of The DayToday's Prayer
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