रोज़ रोज़ जलते हैं फिर भी खाक़ नहीं हुए
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रोज़ रोज़ जलते हैं फिर भी खाक़ नहीं हुए...
अजीब हैं कुछ ख़्वाब भी बुझ कर भी राख़ न हुए...!!
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रोज़ रोज़ जलते हैं फिर भी खाक़ नहीं हुए...
अजीब हैं कुछ ख़्वाब भी बुझ कर भी राख़ न हुए...!!
Roz roz jalate hain phir bhee khaaq nahin hue...
Ajeeb hain kuchh khvaab bhee bujh kar bhee raakh na hue...!!
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैं...!!
Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
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पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day