मेरी बहार-ओ-खिज़ां जिसके इख्तियार में थी
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मेरी बहार-ओ-खिज़ां जिसके इख्तियार में थी,
मिजाज़ उस दिल-ए-बेइख्तियार का न मिला।
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मेरी बहार-ओ-खिज़ां जिसके इख्तियार में थी,
मिजाज़ उस दिल-ए-बेइख्तियार का न मिला।
Meri Bahar-o-Khizan Jiske Ikhtiyar Mein Thi,
Mijaaz Uss Dil-e-BeIkhtiyar Ka Na Mila.
Today's Shayari
उसकी चाहत का और क्या हिसाब दू.....
मैंने बिंदी भी लगाई तो अपने बाबू के आँखों में देखकर ।।
Today's Joke
लड़की अपने दोस्त से “फ्री हो क्या मुझे बाजार तक जाना है...
और मेरी स्कूटी खराब हो गयी है”
लड़का:...
Today's Prayer
Fill my heart with joy and gladness that will make my health spring forth. Fill my days with pleasure and...
Prayer Of The Day