खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं
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खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं,
दिलों के खेल में खुद-गर्जियाँ नहीं चलतीं।
चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुजुर,
इश्क़ की राह में मन-मर्जियाँ नहीं चलतीं।
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खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं,
दिलों के खेल में खुद-गर्जियाँ नहीं चलतीं।
चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुजुर,
इश्क़ की राह में मन-मर्जियाँ नहीं चलतीं।
Khuda Ki Rehmat Mein Arziyan Nahi Chalti,
Dilon Ke Khel Mein Khud-Garziyan Nahi Chalti,
Chal Hi Pade Hain To Yeh Jaan Lijiye Huzoor,
Ishq Ki Raah Mein Man-Marjiyan Nahi Chalti.
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