क्या बेचकर हम ख़रीदें फ़ुर्सत ऐ जिंदगी
Popular Shayari Topics for You.
क्या बेचकर हम ख़रीदें फ़ुर्सत-ऐ-जिंदगी,
सब कुछ तो गिरवी पड़ा है ज़िम्मेदारी के बाज़ार में।
Kya bechakar ham khareeden fursat-ai-jindagee,
Sab kuchh to giravee pada hai zimmedaaree ke baazaar mein.
Today's Shayari
उसकी चाहत का और क्या हिसाब दू.....
मैंने बिंदी भी लगाई तो अपने बाबू के आँखों में देखकर ।।
Today's Joke
लड़की अपने दोस्त से “फ्री हो क्या मुझे बाजार तक जाना है...
और मेरी स्कूटी खराब हो गयी है”
लड़का:...
Today's Prayer
Fill my heart with joy and gladness that will make my health spring forth. Fill my days with pleasure and...
Prayer Of The Day