कुचल के फेंक दो आँखों में ख़्वाब जितने हैं
Popular Shayari Topics for You.
कुचल के फेंक दो आँखों में ख़्वाब जितने हैं
इसी सबब से हैं हम पर अज़ाब जितने हैं !!
feelthewords.com
कुचल के फेंक दो आँखों में ख़्वाब जितने हैं
इसी सबब से हैं हम पर अज़ाब जितने हैं !!
Kuchal ke phenk do aankhon mein khwaab jitane hain
Isi sabab se hain ham par ajaab jitane hain
Today's Quote
My goal every year is to come in and be consistent. It doesn't matter if it's the first game of...
Quote Of The DayToday's Shayari
करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी
जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी
Today's Joke
एक प्रतियोगिता में पूछा गया कि एक ऐसा वाक्य बनाओ,
जिसमें दुविधा, जिज्ञासा, डर, शांति, क्रोध, हिंसा और साथ-साथ खुशी...
Today's Status
To all, to each, a fair good-night, and pleasing dreams, and slumbers light.
Status Of The DayToday's Prayer
I pray that as I walk through this earth, let signs and wonders follow me all the days of my...
Prayer Of The Day