कोई कब तक महज सोचे कोई कब तक महज गाये
Popular Shayari Topics for You.
कोई कब तक महज सोचे, कोई कब तक महज गाये
इलाही क्या ये मुमकिन है के कुछ ऐसा भी हो जाये.
मेरा महताब उसकी रात के आगोश में पिघले.
में उसकी नींद में जागूँ वो मुझमे घुल के सो जाये.
feelthewords.com
कोई कब तक महज सोचे, कोई कब तक महज गाये
इलाही क्या ये मुमकिन है के कुछ ऐसा भी हो जाये.
मेरा महताब उसकी रात के आगोश में पिघले.
में उसकी नींद में जागूँ वो मुझमे घुल के सो जाये.
Koee kab tak mahaj soche, koee kab tak mahaj gaaye
Ilaahee kya ye mumakin hai ke kuchh aisa bhee ho jaaye.
Mera mahataab usakee raat ke aagosh mein pighale.
Mein usakee neend mein jaagoon vo mujhame ghul ke so jaaye.
Today's Quote
Women are just so much tougher and more patient than men are - their capacity for empathy blows me away....
Quote Of The DayToday's Shayari
उम्मीदों का दामन थाम रहे हो, तो "हौसला" कायम रखना...
क्योकि,
जब नाकामियां "चरम" पर हों, तो "कामयाबी" बेहद करीब...
Today's Joke
विवाहित पुरुष की सबसे छोटी परिभाषा
“एक था टाइगर''
और
अविवाहित पुरुष की सबसे छोटी परिभाषा
“टाइगर अभी जिन्दा है''
Today's Status
Now that your eyes are open, make the sun jealous with your burning passion to start the day. Make the...
Status Of The DayToday's Prayer
Hearty and hale, you are this morning. So shall you be for the rest of the day in the name...
Prayer Of The Day