हर रोज अपनी ही बातो को बदलने लगें सरकार यहां
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हर रोज अपनी ही बातो को बदलने लगें सरकार यहां ,
तमाशा है या फिर तानाशाह कोई बताए एक बार यहां ।
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हर रोज अपनी ही बातो को बदलने लगें सरकार यहां ,
तमाशा है या फिर तानाशाह कोई बताए एक बार यहां ।
Har roj apanee hee baato ko badalane lagen sarakaar yahaan ,
Tamaasha hai ya phir taanaashaah koee batae ek baar yahaan .
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैं...!!
Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
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पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day