मुद्दा यह कभी न था कि दूरियाँ किस तरह कितनी हैं
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मुद्दा यह कभी न था कि दूरियाँ किस तरह, कितनी हैं...
मुदा यह रहा की नापने वाली डोर में गिरह कितनी हैं...!!
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मुद्दा यह कभी न था कि दूरियाँ किस तरह, कितनी हैं...
मुदा यह रहा की नापने वाली डोर में गिरह कितनी हैं...!!
Mudda yah kabhee na tha ki dooriyaan kis tarah, kitanee hain...
Muda yah raha kee naapane vaalee dor mein girah kitanee hain...!!
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैं...!!
Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
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पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day