न उड़ाओ यूं ठोकरों से मेरी खाके-कब्र ज़ालिम
Popular Shayari Topics for You.
न उड़ाओ यूं ठोकरों से मेरी खाके-कब्र ज़ालिम,
यही एक रह गई है मेरे प्यार की निशानी।
feelthewords.com
न उड़ाओ यूं ठोकरों से मेरी खाके-कब्र ज़ालिम,
यही एक रह गई है मेरे प्यार की निशानी।
Na Udhaao Yun Thokro Mein Meri Khak-e-Kabr Zalim,
Yehi Ek Rah Gayi Hai Mere Pyaar Ki Nishaani.
Today's Shayari
वो तिरंगे वाली DP हो तो लगा लो जरा..,
सुना है देशभक्ति दिखाने वाली तारीख आ रही है !!
Today's Joke
“नमो” और “रागा” के बाद की अपार सफलता के बाद…
अब बिहार में, पहली बार…..
एक और, बिल्कुल नया abbreviation:...
Today's Prayer
This Friday may the Lord hear your cries, give you strength, and grant you blessings that go above and beyond...
Prayer Of The Day