इन्कार जैसी लज्जत इक़रार में कहाँ
Popular Shayari Topics for You.
इन्कार जैसी लज्जत इक़रार में कहाँ,
बढ़ता रहा इश्क ग़ालिब उसकी नहीं-नहीं से।
feelthewords.com
इन्कार जैसी लज्जत इक़रार में कहाँ,
बढ़ता रहा इश्क ग़ालिब उसकी नहीं-नहीं से।
Inkaar Jaisi Lazzat Ikraar Mein Kahan,
Barhta Raha Ishq Ghalib Uski Nahi-Nahi Se.
Today's Quote
Catholic schools in Indonesia routinely accept non-Catholic students, but exempt them from studying religion. Obama's school documents, though, wrongly list...
Quote Of The DayToday's Shayari
कितनी खूबसूरत है यह ज़िंदगी जान लोगे तुम,
कभी इश्क़ की राहों से तुम गुज़र के देखो ना
Today's Joke
फेकू ने अपने दोस्त पप्पू से पूछा, “एक पल में जान कैसे निकलती है”
पप्पू ने तुरंत फेकू का 2000...
Today's Status
रुख पर हिजाब डाल,
कत्लेआम करती है !!
कजरारी आँखों में वो,
मय का जाम रखती है !!
Today's Prayer
Your goodness shall surround me today and make life beautiful to behold. I’m blessed in all that I do in...
Prayer Of The Day