मिलना इत्तेफाक था बिछड़ना नसीब था
Popular Shayari Topics for You.
मिलना इत्तेफाक था बिछड़ना नसीब था,
वो उतना ही दूर चला गया जितना वो करीब था,
हम उसको देखने के लिए तरसते रहे,
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था।
feelthewords.com
मिलना इत्तेफाक था बिछड़ना नसीब था,
वो उतना ही दूर चला गया जितना वो करीब था,
हम उसको देखने के लिए तरसते रहे,
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था।
Milna Ittefak Tha Bichhadna Naseeb Tha,
Woh Utna Hi Dur Chala Gaya Jitna Woh Kareeb Tha,
Hum Usko Dekhne Ke Liye Taraste Rahe.
Jis Shakhs Ki Hatheli Pe Humara Naseeb Tha.
Today's Quote
My goal every year is to come in and be consistent. It doesn't matter if it's the first game of...
Quote Of The DayToday's Shayari
करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी
जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी
Today's Joke
एक प्रतियोगिता में पूछा गया कि एक ऐसा वाक्य बनाओ,
जिसमें दुविधा, जिज्ञासा, डर, शांति, क्रोध, हिंसा और साथ-साथ खुशी...
Today's Status
To all, to each, a fair good-night, and pleasing dreams, and slumbers light.
Status Of The DayToday's Prayer
I pray that as I walk through this earth, let signs and wonders follow me all the days of my...
Prayer Of The Day