फिर पूछना कि कैसे भटकती है ज़िंदगी
Popular Shayari Topics for You.
फिर पूछना कि कैसे भटकती है ज़िंदगी
पहले किसी पतंग की मानिंद कट के देख
- नज़ीर बाक़री
feelthewords.com
फिर पूछना कि कैसे भटकती है ज़िंदगी
पहले किसी पतंग की मानिंद कट के देख
- नज़ीर बाक़री
Phir poochhana ki kaise bhatakatee hai zindagee,
Pahale kisee patang kee maanind kat ke dekh !!
- Nazeer Baaqaree
Today's Shayari
लूट लेते है अपने ही वरना गैरो को क्या पता कि !
ये दिल की दीवार कमजोर कहॉ से है...
Today's Joke
टीटी: ये विकलांग लोगों का डिब्बा है, तुम इसमें सफर नहीं कर सकते?
यात्री: पर मेरे साथ तो ये है।...
Today's Prayer
The only tears you shall shed from today will be tears of joy because the lord will keep performing wonders...
Prayer Of The Day