जब भी सुलझाना चाहा ज़िंदगी के सवालों को मैंने
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जब भी सुलझाना चाहा ज़िंदगी के सवालों को मैंने,
हर एक सवाल में जिंदगी मेरी उलझती चली गई।
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जब भी सुलझाना चाहा ज़िंदगी के सवालों को मैंने,
हर एक सवाल में जिंदगी मेरी उलझती चली गई।
Jab Bhi Suljhana Chaha Zindagi Ke Sawalon Ko Maine,
Har EK Sawal Mein Zindagi Meri Ulajhti Chali Gayi.
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
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Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
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पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day