खुली छतों के दिये कब के बुझ गये होते
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खुली छतों के दिये कब के बुझ गये होते...
कोई तो है जो हवाओं के पर कतरता है...!!
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खुली छतों के दिये कब के बुझ गये होते...
कोई तो है जो हवाओं के पर कतरता है...!!
Khulee chhaton ke diye kab ke bujh gaye hote...
Koee to hai jo havaon ke par katarata hai...!!
Today's Shayari
क्या थी मजबूरी तेरी, जो रस्ते बदल लिए तूने.!!
हर राज कह देने वाले, क्यों इतनी सी बात छुपा ली...
Today's Joke
राहुल गांधी को 2 घंटे सुनने के बाद…
सब किसानों ने
100-100 रूपये इकट्ठे किये
और
सोनिया गांधी को देते...
Today's Prayer
Trust in the lord with all your heart and lean not on your own understanding, in all ways acknowledge him...
Prayer Of The Day