Logo - Feel The Words

उन गलियों से जब गुज़रे तो मंज़र अजीब था,
दर्द था मगर वो दिल के बहुत करीब था,
जिसे हम ढूँढ़ते थे अपनी हाथों की लकीरों में,
वो किसी दूसरे की किस्मत किसी और का नसीब था।
feelthewords.com

उन गलियों से जब गुज़रे तो मंज़र अजीब था,
दर्द था मगर वो दिल के बहुत करीब था,
जिसे हम ढूँढ़ते थे अपनी हाथों की लकीरों में,
वो किसी दूसरे की किस्मत किसी और का नसीब था।

Unn Galiyon Se Jab Gujre Toh Manzar Ajeeb Tha,
Dard Tha Magar Woh Dil Ke Bahut Kareeb Tha,
Jise Hum Dhoondhte The Apni Haatho Ki Lakeeron Mein,
Woh Kisi Doosare Ki Kismat Kisi Aur Ka Naseeb Tha.

Lakeer Shayari Sad Shayari

Today's Quote

My goal every year is to come in and be consistent. It doesn't matter if it's the first game of...

Quote Of The Day

Today's Shayari

करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी
जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी

Shayari Of The Day

Today's Joke

एक प्रतियोगिता में पूछा गया कि एक ऐसा वाक्य बनाओ,
जिसमें दुविधा, जिज्ञासा, डर, शांति, क्रोध, हिंसा और साथ-साथ खुशी...

Joke Of The Day

Today's Status

To all, to each, a fair good-night, and pleasing dreams, and slumbers light.

Status Of The Day

Today's Prayer

I pray that as I walk through this earth, let signs and wonders follow me all the days of my...

Prayer Of The Day