गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह
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गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह,
आँखों में जागता है कोई रात की तरह,
उससे उम्मीद थी की निभाएगा साथ वो,
वो भी बदल गया मेरे हालात की तरह।
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गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह,
आँखों में जागता है कोई रात की तरह,
उससे उम्मीद थी की निभाएगा साथ वो,
वो भी बदल गया मेरे हालात की तरह।
Gujre Dino Ki Bhooli Huyi Baat Ki Tarah,
Aankho Mein Jagta Hai Koyi Raat Ki Tarah,
Us Se Umeed Thi Ki Nibhayega Saath Wo,
Wo Bhi Badal Gaya Mere Halaat Ki Tarah.
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