वह काले कोस सहर की खुशी में काटे हैं
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वह काले कोस सहर की खुशी में काटे हैं,
सहर का रंग मगर रात से भी बदतर था।
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वह काले कोस सहर की खुशी में काटे हैं,
सहर का रंग मगर रात से भी बदतर था।
Woh Kaale Kos Sahar Ki Khushi Mein Kaate Hain,
Sahar Ka Rang Magar Raat Se Bhi BadTar Tha.
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैं...!!
Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
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पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day