मेरे किस्से सर-ए-बाज़ार उछाले उसने
Popular Shayari Topics for You.
मेरे किस्से सर-ए-बाज़ार उछाले उसने,
जिस का हर ऐब ज़माने से छुपाया मैंने।
feelthewords.com
मेरे किस्से सर-ए-बाज़ार उछाले उसने,
जिस का हर ऐब ज़माने से छुपाया मैंने।
Mere Kisse Sar-e-Bazaar Uchhaale Usne,
Jis Ka Har Aib Zamaane Se Chhupaya Maine.
Today's Shayari
उसकी चाहत का और क्या हिसाब दू.....
मैंने बिंदी भी लगाई तो अपने बाबू के आँखों में देखकर ।।
Today's Joke
लड़की अपने दोस्त से “फ्री हो क्या मुझे बाजार तक जाना है...
और मेरी स्कूटी खराब हो गयी है”
लड़का:...
Today's Prayer
Fill my heart with joy and gladness that will make my health spring forth. Fill my days with pleasure and...
Prayer Of The Day