किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई
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किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई,
तेरे ख़याल का जलवा गुलाब जैसा है।
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किताब-ए-दिल में भी रखा तो ताज़गी ना गई,
तेरे ख़याल का जलवा गुलाब जैसा है।
Kitaab-e-Dil Mein Bhi Rakha Toh Tazgi Na Gayi,
Tere Khayal Ka Jalwa Gulaab Jaisa Hai.
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैं...!!
Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
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पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day