आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न
Popular Shayari Topics for You.
आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न,
अब ना शरमाओ कि चश्म-ए-मुन्तजिर बेनूर है।
feelthewords.com
आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न,
अब ना शरमाओ कि चश्म-ए-मुन्तजिर बेनूर है।
Aakhiri Deedar Kar Lo Khol Kar Mera Kafan,
Ab Na Sharmaao Ke Chashm-e-Muntzir Be-Noor Hai.
Today's Shayari
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से...
मगर सभी को शिकायत हवा से होती हैं...!!
Today's Joke
स्कूल के दिनों का एक स्मरण….☺
.
पेपर छूटने के बाद….😞😞
बुद्धिमान मित्रों द्वारा, सॉल्व किये गए गणित का
उत्तर...
Today's Prayer
Enough miracle money to meet my basic needs and project needs come to be now. I shall swim in river...
Prayer Of The Day