अब उस मकाम पर हूँ जहाँ ना तुझसे और मिल सकता हूँ
Popular Shayari Topics for You.
अब उस मकाम पर हूँ, जहाँ ना तुझसे और मिल सकता हूँ,
और ना तुझसे और बिछड़ सकता हूँ !!
Ab us mukaam par hoon, jahaan na tujhe aur mil sakata hoon,
Aaur na tujhase aur bichhad sakata hoon !!
Today's Quote
Democrats have a long history of utilizing the threat of a potential Ebola outbreak to request massive federal funds while...
Quote Of The DayToday's Shayari
चूम कर कफ़न में लिपटें मेरे चेहरे को, उसने
तड़प के कहा नए कपड़े क्या पहन लिए, हमें देखते भी...
Today's Joke
एक औरत की महिला मित्र: अरे देख ना.. वो लड़की कब से तेरे पति को घूर रही है।
औरत बोली:-...
Today's Prayer
You’re everything I have got in this world dear Lord, give me understanding so that I may fully see you...
Prayer Of The Day