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महबूब का घर हो या फरिश्तों की हो ज़मी,
जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा।
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महबूब का घर हो या फरिश्तों की हो ज़मी,
जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा।

Mahboob Ka Ghar Ho Ya Farishton Ki Ho Zamin,
Jo Chhod Diya Phir Use Mudkar Nahi Dekha.

Attitude Shayari

Today's Quote

Widely distributed reports have noted in January 1968, Obama was registered as a Muslim at Jakarta's Roman Catholic Franciscus Assisi...

Quote Of The Day

Today's Shayari

तड़प के जब मेरे इश्क़ में तू रोना चाहेगी है
मेरी याद तो आएगी मगर ये बेवफ़ा तू मुझे न...

Shayari Of The Day

Today's Joke

दुनिया के तीन सबसे मासूम चेहरे

1. सोता हुआ बच्चा

2. उधार मांगने वाला आदमी और

3. हमारे माता-पिता के...

Joke Of The Day

Today's Status

ख़्वाब ही ख़्वाब आखिर कब तलक देखूं
निकल आईये हिजाब से एक झलक देखूं !!

Status Of The Day

Today's Prayer

I’m blessed and lifted forever more in the name of Jesus. Amen.

Prayer Of The Day