आज हमारे देश को आवश्यकता है.
लोहे के समान मांसपेशियों और वज्र के समान स्नायुओं की.
हम बहुत दिनों तक रो चुके,
अब और रोने की आवश्यकता नहीं,
अब अपने पैरों पर उठ खड़े हो एवं मनुष्य बनो.
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आज हमारे देश को आवश्यकता है.
लोहे के समान मांसपेशियों और वज्र के समान स्नायुओं की.
हम बहुत दिनों तक रो चुके,
अब और रोने की आवश्यकता नहीं,
अब अपने पैरों पर उठ खड़े हो एवं मनुष्य बनो.
Today's Shayari
लूट लेते है अपने ही वरना गैरो को क्या पता कि !
ये दिल की दीवार कमजोर कहॉ से है...
Today's Joke
टीटी: ये विकलांग लोगों का डिब्बा है, तुम इसमें सफर नहीं कर सकते?
यात्री: पर मेरे साथ तो ये है।...
Today's Prayer
The only tears you shall shed from today will be tears of joy because the lord will keep performing wonders...
Prayer Of The Day