हाथ ज़ख़्मी हुए तो कुछ अपनी ही गलती थी
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हाथ ज़ख़्मी हुए तो कुछ अपनी ही गलती थी,
लकीरों को मिटाना चाहा था किसी को पाने के लिए.......॥
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हाथ ज़ख़्मी हुए तो कुछ अपनी ही गलती थी,
लकीरों को मिटाना चाहा था किसी को पाने के लिए.......॥
Haath zakhmee hue to kuchh apanee hee galatee thee,
Lakeeron ko mitaana chaaha tha kisee ko paane ke lie........
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
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Today's Prayer
By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....
Prayer Of The Day