हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते
Popular Shayari Topics for You.
हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते,
यादों के दरख्तों में क्यूं पतझड़ नहीं होते.......
feelthewords.com
हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते,
यादों के दरख्तों में क्यूं पतझड़ नहीं होते.......
Har roj chupake se nikal aate naye patte,
Yaadon ke darakhton mein kyoon patajhad nahin hote.......
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे...
लकीरें देख कर बोला,
तु मौत से नहीं, किसी की...
Today's Joke
किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का है
तो किसी ने 20 लाख का बताया
तभी एक ने 50...
Today's Prayer
By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....
Prayer Of The Day