वाक़िये तो अनगिनत हैं मेरी ज़िंदगी के
Popular Shayari Topics for You.
वाक़िये तो अनगिनत हैं मेरी ज़िंदगी के,
सोच रही हूँ किताब लिखूँ या हिसाब लिखूँ...!
feelthewords.com
वाक़िये तो अनगिनत हैं मेरी ज़िंदगी के,
सोच रही हूँ किताब लिखूँ या हिसाब लिखूँ...!
Vaaqiye to anaginat hain meree zindagee ke,
Soch rahee hoon kitaab likhoon ya hisaab likhoon...!
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे...
लकीरें देख कर बोला,
तु मौत से नहीं, किसी की...
Today's Joke
किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का है
तो किसी ने 20 लाख का बताया
तभी एक ने 50...
Today's Prayer
By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....
Prayer Of The Day