मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए
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मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए..
और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते.
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मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए..
और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते.
Main hansata hoon to bas apane gam chhipaane ke lie..
Aur log dekh ke kahate hai kaash ham bhee isake jaise hote.
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