नाख़ून अल्फ़ाज़ों के रोज़ पैने करता हूँ
Popular Shayari Topics for You.
नाख़ून अल्फ़ाज़ों के रोज़ पैने करता हूँ,
ज़ख़्म रूह के सूखे अच्छे नहीं लगते।
feelthewords.com
नाख़ून अल्फ़ाज़ों के रोज़ पैने करता हूँ,
ज़ख़्म रूह के सूखे अच्छे नहीं लगते।
Naakhoon alfaazon ke roz paine karata hoon,
Zakhm rooh ke sookhe achchhe nahin lagate.
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे...
लकीरें देख कर बोला,
तु मौत से नहीं, किसी की...
Today's Joke
किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का है
तो किसी ने 20 लाख का बताया
तभी एक ने 50...
Today's Prayer
By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....
Prayer Of The Day