ग़म सलीक़े में थे, जब तक हम ख़ामोश थे
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ग़म सलीक़े में थे, जब तक हम ख़ामोश थे,
ज़रा ज़ुबां क्या खुली, दर्द बे-अदब हो गए।
Gam saleeqe mein the, jab tak ham khaamosh the,
Zara zubaan kya khulee, dard be-adab ho gae.
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
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Prayer Of The Day