अपना वजूद भुला कर ना जाने कितनी रिवायतें निभाती हे
Popular Shayari Topics for You.
अपना वजूद भुला कर ना जाने कितनी रिवायतें निभाती हे,
सलाम हर उस ख़ातून को, जो घर को घर बनाती हे...
Apana vajood bhula kar na jaane kitanee rivaayaten nibhaatee he,
Salaam har us khaatoon ko, jo ghar ko ghar banaatee he...
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे...
लकीरें देख कर बोला,
तु मौत से नहीं, किसी की...
Today's Joke
किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का है
तो किसी ने 20 लाख का बताया
तभी एक ने 50...
Today's Prayer
By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....
Prayer Of The Day