नहीं रही नींद की आरज़ू अब मुझे
Popular Shayari Topics for You.
नहीं रही नींद की आरज़ू अब मुझे,
अब रातों को जागना अच्छा लगता है,
मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में है या नहीं,
मगर उसे रब से माँगना अच्छा लगता है।
feelthewords.com
नहीं रही नींद की आरज़ू अब मुझे,
अब रातों को जागना अच्छा लगता है,
मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में है या नहीं,
मगर उसे रब से माँगना अच्छा लगता है।
Nahn Rahi Neend Ki Aarzoo Ab Mujhe,
Ab Raaton Ko Jaagna Achchha Lagta Hai,
Mujhe Nahin Malum Wo Meri Kismat Mein Hai Ya Nahin,
Magar Use Rab Se Mangna Achchha Lagta Hai.
Today's Quote
I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.
Quote Of The DayToday's Shayari
हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे...
लकीरें देख कर बोला,
तु मौत से नहीं, किसी की...
Today's Joke
किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का है
तो किसी ने 20 लाख का बताया
तभी एक ने 50...
Today's Prayer
By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....
Prayer Of The Day