तमाम जख्मों के साथ इसलिये जी रही हु कि
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तमाम जख्मों के साथ इसलिये जी रही हु कि,
एक दिन तो वो मिलेगा जो मरहम लगाना जानता है..
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तमाम जख्मों के साथ इसलिये जी रही हु कि,
एक दिन तो वो मिलेगा जो मरहम लगाना जानता है..
Tamaam jakhmon ke saath isaliye jee rahee hu ki,
Ek din to vo milega jo maraham lagaana jaanata hai..
Today's Quote
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Quote Of The DayToday's Shayari
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