Logo - Feel The Words

गिरा रही थी जिंदगी मुझे बार-बार अलग-अलग ठोकरों से,
बर्ताव कर रहा हो जैसे कोई मालिक अपने नौकरों से,
हिम्मत और हौसले को मैंने फिर भी अपनी बैसाखियाँ बनायीं
पहुँच गया सफलता की मंजिल पे
feelthewords.com

गिरा रही थी जिंदगी मुझे बार-बार अलग-अलग ठोकरों से,
बर्ताव कर रहा हो जैसे कोई मालिक अपने नौकरों से,
हिम्मत और हौसले को मैंने फिर भी अपनी बैसाखियाँ बनायीं
पहुँच गया सफलता की मंजिल पे

Gira rahee thee jindagee mujhe baar-baar alag-alag thokaron se,
Bartaav kar raha ho jaise koee maalik apane naukaron se,
Himmat aur hausale ko mainne phir bhee apanee baisaakhiyaan banaayeen
Pahunch gaya saphalata kee manjil pe

Apne Shayari Fal Shayari Victory Shayari

Today's Quote

I kind of wish I would have been able to see the old Yankee Stadium after seeing the new one.

Quote Of The Day

Today's Shayari

हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे...
लकीरें देख कर बोला,
तु मौत से नहीं, किसी की...

Shayari Of The Day

Today's Joke

किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का है
तो किसी ने 20 लाख का बताया
तभी एक ने 50...

Joke Of The Day

Today's Status

Speak low, if you speak love.

Status Of The Day

Today's Prayer

By the reason of my seated position in heavenly places, I shall be above only, I shall not be beneath....

Prayer Of The Day